अगर आपने कभी बड़े नोट को छोटे नोटों में बदलकर उसे इस्तेमाल करना आसान बनाया है, तो Elitecon International भी कुछ ऐसा ही कर रहा है। कंपनी ने घोषणा की है कि उसके ₹10 फेस वैल्यू वाले 1 शेयर को अब ₹1 फेस वैल्यू के 10 शेयरों में बांट दिया जाएगा। रिकॉर्ड डेट 25 जून 2025 है, यानी इस तारीख तक जिन शेयरधारकों के पास कंपनी के शेयर होंगे, उन्हें यह लाभ मिलेगा। लेकिन क्या यह स्प्लिट शेयर की कीमत पर कोई प्रभाव डालेगा? आइए, सरल भाषा में समझते हैं।

Stock Split क्या होता है?
स्टॉक स्प्लिट का मतलब है कि शेयर की फेस वैल्यू को छोटे हिस्सों में बांट देना, लेकिन निवेश की कुल वैल्यू वही रहती है। जैसे:
- स्प्लिट से पहले: 1 शेयर = 10 रुपये (फेस वैल्यू)
- स्प्लिट के बाद: 10 शेयर = 1 रुपये प्रत्येक (कुल वैल्यू फिर भी 10 रुपये)
कंपनियां ऐसा क्यों करती हैं?
- छोटे निवेशकों के लिए शेयर खरीदना आसान हो जाता है।
- शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ती है (ज्यादा शेयर = ज्यादा ट्रेडिंग)।
- निवेशकों में सकारात्मक भावना बनती है (लोग सोचते हैं, “कंपनी आगे बढ़ रही है!”)।
Elitecon का प्रदर्शन
कंपनी ने FY25 में तेजी से विकास दिखाया है:
मैट्रिक | Q4FY25 ग्रोथ (YoY) | FY25 ग्रोथ (YoY) |
---|---|---|
नेट सेल्स | +232% | +424% |
नेट प्रॉफिट | +222% | +574% |
FII होल्डिंग | 38.30% (22.81% से) | — |
मुख्य बातें:
- मल्टीबैगर रिटर्न: 52-वीक लो 11.02 रुपये से अब तक 4,895% का उछाल।
- विदेशी निवेशकों का भरोसा: FIIs ने अपनी हिस्सेदारी लगभग दोगुनी कर ली।
- मार्केट कैप: ₹8,798 करोड़, एक मजबूत मिड-कैप कंपनी।
तंबाकू बिजनेस
Elitecon का बिजनेस तंबाकू उत्पादों (सिगरेट, खैनी, शीशा) पर आधारित है, जिसकी वैश्विक मांग है। UAE, UK, Singapore जैसे बाजारों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति है। लेकिन ध्यान रखें:
- फायदे: हाई डिमांड, स्ट्रॉंग एक्सपोर्ट, FIIs का भरोसा।
- चुनौतियां: रेगुलेटरी रिस्क (स्वास्थ्य नीतियां, टैक्स)।
स्प्लिट के बाद क्या उम्मीद करें?
- शॉर्ट टर्म: शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
- लॉन्ग टर्म: अगर कंपनी के फंडामेंटल्स मजबूत रहे, तो यह कदम लिक्विडिटी और निवेशकों को बढ़ावा दे सकता है।
अंतिम बात
Elitecon ने अपने मजबूत प्रदर्शन और स्टॉक स्प्लिट के जरिए निवेशकों का ध्यान खींचा है। हालांकि, शेयर बाजार में निवेश से पहले अपनी रिस्क क्षमता और रिसर्च जरूर करें।